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बहते जाना

नदिया से समंदर दूर बहुत है, 

पैदल चलते जाना ,

नाव मिले तो ठीक, 

नहीं तो धारा में ,

बहते जाना ,

छोड़ किनारों को ,

किनारे बहुत लुभाएंगे ,

बहते जाना ,

एक दिन तो समंदर अंतहीन, 

ऐसा मिल जाएगा ,

वापस जा न सकोगे, 

एक बार मिले तो ,

अस्तित्व दोबारा पा न सकोगे, 

सब छोड़ के बढ़ना है तो ,

बहते जाना, 

वरना किनारों से ही, 

मन बहलाना।

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