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एक बारहवीं पास

एक बारहवीं पास,

निकला है घर से।


उम्मीदों का बोझ उठाए, 

कंधे पर, 

जेबों में थोड़ी झिझक, 

थोड़ी शर्म लिए, 

आंखों में सपनों की धार ,

होठों पर कुछ विषाद सिए,

 

एक बारहवीं पास, 

निकला है घर से।


थोड़ी खुशियां, 

थोड़ी उम्मीद लिए, 

थोड़ी बेचैनी, 

थोड़ा उन्माद लिए, 

बेतरह कुछ पाने की, 

चाह लिए, 


एक बारहवीं पास, 

निकला है घर से।


आंखों में धूप सिए ,

कुछ आंसू, कुछ उत्साह लिए,

बस्ते के बोझ तले, 

जिम्मेदारी नई लिए, 

भीतर बाहर की कोलाहल, 

जज्ब किए, 


एक बारहवीं पास ,

निकला है घर से ।


उन्नत भविष्य की चाह लिए, 

संस्कारों की छाप, 

आशाओं की आग लिए, 

पानी में कूदा है, 

किनारे की चाह लिए, 

लहरों की थाह लिए बिन, 


एक बारहवीं पास, 

निकला है घर से।

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