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एक युवा बेरोजगार

एक युवा बेरोजगार ,

घर से निकलना नहीं चाहता है। 

असफलताओं ने ऐसे, 

दामन है पकड़ा, 

सफल दोस्तों से, 

मिलना नहीं चाहता है ।

एक युवा बेरोजगार, 

घर से निकलना नहीं चाहता है। 

वह तकलीफ में है ,

सवालों के जवाब, 

देना नहीं चाहता है ।

वह घर के किसी कोने में ,

किताबों की बेड़ियों में, 

खुद को जकड़ बैठा है, 

आजाद होना नहीं चाहता है। 

एक युवा बेरोजगार, 

घर से निकलना नहीं चाहता है। 

ज्ञान के दरवाजे चहूंदिश खोलकर, 

अपने रास्ते बंद किए बैठा है, 

सफलता की राह तक रहा ,

वह अकेला बाहर निकलना नहीं चाहता है।  

एक युवा बेरोजगार, 

घर से निकलना नहीं चाहता है।

अगर कोई पूछ बैठा ,

क्या करते हो आजकल 

और हो कहां?

 वह जवाबों में ,

घर का पता बताना नहीं चाहता है। 

आंखों के सपने ,आंसू से बहते ,

उनको दिखाना नहीं चाहता है। 

एक युवा बेरोजगार, 

घर से निकलना नहीं चाहता है।

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