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यूं ही

वही समय है,

वही कार्य है,

वही लोग हैं,

वचन वही है,

नहीं कुछ नवल,

मिला है आज,

फिर नयन वही,

अवलोकित,

सीमा दृष्टि वही,

कुछ अलसाया,

कोलाहल करता,

धृष्ट दुराग्रही,

हृदय वही है,

उत्सुक हाथों को,

नहीं मिला है,

स्पर्श नवल,

उनींदी पलकें,

बोझिल रातें,

दिन खोये,

कुछ व्यर्थ,

अलाप प्रलाप,

कुछ छेड़छाड़

के साथ नहीं,

फिर जाएगा

एक दिन,

आज भी 

यूँ ही।

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